टाटा मोटर्स पुनर्गठन : वाणिज्यिक वाहन कारोबार बनी अलग कंपनी, नवंबर में होगी स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग

टाटा मोटर्स पुनर्गठन : वाणिज्यिक वाहन कारोबार बनी अलग कंपनी, नवंबर में होगी स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग

टाटा मोटर्स पुनर्गठन : वाणिज्यिक वाहन कारोबार बनी अलग कंपनी, नवंबर में होगी स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग
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By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Oct 15, 2025, 12:02:00 PM

टाटा मोटर्स के ऐतिहासिक पुनर्गठन की प्रक्रिया अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। कंपनी का वाणिज्यिक वाहन कारोबार — जिसमें ट्रक और बसें शामिल हैं — अब एक स्वतंत्र इकाई बन गया है। इस नई कंपनी को ‘टाटा मोटर्स लिमिटेड’ नाम दिया गया है, जबकि यात्री वाहन (कार, एसयूवी और इलेक्ट्रिक वाहन) से जुड़ा कारोबार अब ‘टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड’ के नाम से संचालित होगा।

नई कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग नवंबर में बीएसई और एनएसई पर की जाएगी। इसके बाद निवेशक सीधे इस नए वाणिज्यिक वाहन कारोबार में हिस्सेदारी खरीद या बेच सकेंगे1 अक्टूबर से प्रभावी हुआ डीमर्जर

टाटा मोटर्स का डीमर्जर (विभाजन) 1 अक्टूबर से ही प्रभावी हो गया था। इसके तहत कंपनी ने अपने यात्री और वाणिज्यिक वाहन कारोबार को अलग कर दिया था। इस प्रक्रिया में मंगलवार, 14 अक्टूबर को एक अहम चरण पूरा हुआ, जब शेयरधारकों की पात्रता तय करने के लिए रिकॉर्ड डेट निर्धारित की गई। इस दिन जिन निवेशकों के पास कंपनी के शेयर थे, वे नए शेयर पाने के हकदार बन गए।

शेयरधारकों को क्या लाभ मिलेगा

डीमर्जर योजना के अनुसार, पात्र निवेशकों को पुरानी टाटा मोटर्स के हर एक शेयर के बदले नई वाणिज्यिक वाहन कंपनी का एक शेयर बिना किसी अतिरिक्त भुगतान के मिलेगा।
नए शेयर अगले 30 से 45 दिनों में निवेशकों के डीमैट खातों में स्वतः जमा कर दिए जाएंगे।

नाम और पहचान में स्पष्टता

इस पुनर्गठन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि अब कंपनी की पहचान स्पष्ट रूप से अलग-अलग कारोबारों से जुड़ गई है।

  • ‘टाटा मोटर्स लिमिटेड’ अब ट्रक, बस और भारी वाहन व्यवसाय को संभालेगी।

  • वहीं, ‘टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड’ कार, एसयूवी, इलेक्ट्रिक वाहन और जगुआर लैंड रोवर (JLR) से जुड़ा संचालन देखेगी।

नए कारोबार का मूल्यांकन

शेयर बाजार में मंगलवार को हुए विशेष ट्रेडिंग सत्र के बाद, टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन कारोबार का अनुमानित मूल्य 260.75 रुपये प्रति शेयर आंका गया है।
यह मूल्यांकन डीमर्जर से पहले टाटा मोटर्स के बंद भाव (₹660.75) और डीमर्जर के बाद यात्री वाहन इकाई के खुले भाव (₹400) के अंतर से निर्धारित किया गया।

टाटा मोटर्स का यह कदम भारतीय ऑटो उद्योग में कॉरपोरेट स्ट्रक्चरिंग का एक नया अध्याय जोड़ता है, जिससे दोनों इकाइयां अब अपने-अपने क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से विकास और नवाचार पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी।