नक्सल उन्मूलन से साइबर अपराध तक, विगत 9 माह में झारखंड पुलिस ने कई मोर्चों पर हासिल की सफलता

नक्सल उन्मूलन से साइबर अपराध तक, विगत 9 माह में झारखंड पुलिस ने कई मोर्चों पर हासिल की सफलता

नक्सल उन्मूलन से साइबर अपराध तक, विगत 9 माह में झारखंड पुलिस ने कई मोर्चों पर हासिल की सफलता
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By : स्वराज पोस्ट | Edited By: Urvashi
: Oct 14, 2025, 4:37:00 PM

झारखंड पुलिस ने वर्ष 2025 के जनवरी से सितम्बर तक नक्सलवाद, साइबर अपराध और संगठित अपराध पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए उल्लेखनीय सफलता दर्ज की है। पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इन नौ महीनों में राज्य भर में नक्सली गतिविधियों पर कड़ा प्रहार किया गया, साथ ही साइबर अपराधियों और आपराधिक गिरोहों पर भी शिकंजा कसा गया।

नक्सल अभियान में जबरदस्त प्रगति

जनवरी से सितम्बर 2025 के बीच नक्सल विरोधी अभियानों में झारखंड पुलिस ने 157 हथियार बरामद किए, जिनमें 58 पुलिस से लूटे गए, 20 रेगुलर और 68 देसी हथियार शामिल हैं। इसके अलावा, 11,950 कारतूस, 18,884 डेटोनेटर, 394.5 किलोग्राम विस्फोटक और ₹39.53 लाख नकद लेवी की बरामदगी की गई।
इस दौरान 228 आईईडी को निष्क्रिय किया गया और 37 नक्सली बंकरों को ध्वस्त किया गया।

पुलिस ने 266 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जिनमें कई वांछित इनामी शामिल हैं।
प्रमुख गिरफ्तारियों में शामिल हैं —

  • आक्रमण गंझू उर्फ रविंद्र गंझू (TSPC) – ₹15 लाख का इनामी

  • रणविजय महतो (Mao) – ₹15 लाख का इनामी

  • कुंदन खेरवार उर्फ सुधीर सिंह (Mao) – ₹10 लाख का इनामी

  • कृष्णा यादव उर्फ तुफान जी (PLFI) – ₹2 लाख का इनामी

साथ ही, विभिन्न संगठनों के 14 एरिया कमांडर और कई सब-जोनल कमांडर भी गिरफ्तार किए गए।
इसी अवधि में 30 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जबकि 32 नक्सली पुलिस मुठभेड़ में मारे गए, जिनमें शीर्ष माओवादी नेता विवेक उर्फ प्रयाग मांझी और अनुज उर्फ सहदेव सोरेन जैसे करोड़ों के इनामी शामिल थे।

साइबर अपराध नियंत्रण में झारखंड पुलिस की सख्त कार्रवाई

अगस्त और सितम्बर 2025 में राज्यभर में 128 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए और 105 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 139 मोबाइल, 166 सिम कार्ड, 60 एटीएम कार्ड, 15 पासबुक, 11 चेकबुक, 2 लैपटॉप, 3 बाइक और ₹2.81 लाख नकद जब्त किए।
‘1930’ साइबर हेल्पलाइन और NCRP पोर्टल के जरिए कुल 4,281 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से ₹7.42 करोड़ की राशि फ्रीज की गई और ₹37.28 लाख प्रभावित खातों में वापस कराए गए।
इसके अलावा, ‘प्रतिबिंब ऐप’ के जरिए तीन मामलों में 8 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी हुई।

अगस्त–सितम्बर में अपराध नियंत्रण अभियान के नतीजे

इन दो महीनों में झारखंड पुलिस ने उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज कीं —

  • 12,651 वारंट निष्पादित किए गए

  • 4,186 अपराधी गिरफ्तार

  • 413 वाहन जप्त

  • 136 हथियार और 1,221 गोलियां बरामद की गईं

महिलाओं से जुड़े अपराधों में भी तेजी दिखाई गई। ITSSO प्रणाली के तहत 60 दिनों के भीतर 297 मामलों का निष्पादन किया गया।

प्रमुख आपराधिक मामलों में बड़ी कार्रवाई

  • 23 अगस्त: एटीएस रांची ने अजरबैजान से प्रत्यार्पण कर अमन साहू गिरोह के अपराधी सुनील कुमार उर्फ मीणा उर्फ मयंक सिंह को गिरफ्तार किया।

  • 10 सितम्बर: लोअर बाजार, रांची से कट्टरपंथी संगठन से जुड़े युवक को हथियार और रसायनों सहित पकड़ा गया।

  • 14 सितम्बर: गिरिडीह में 41,600 लीटर अवैध स्प्रिट जैसी सामग्री जब्त, 5 गिरफ्तार

  • 23 सितम्बर: रामगढ़ में डकैती गिरोह के 4 अपराधी गिरफ्तार, 4 हथियार और 21 गोलियां बरामद।

  • 29 सितम्बर: खूंटी जिले के अड़की थाना क्षेत्र से 838 किलोग्राम डोडा (मूल्य ₹1.40 करोड़) जब्त।

  • 15 सितम्बर: हजारीबाग में 9 अपराधी गिरफ्तार, 1.1 किलो सोना और 25 चांदी के सिक्के बरामद।

  • 13 सितम्बर: बोकारो में इंटर-स्टेट चोरी गिरोह का पर्दाफाश, नकद, सोना-चांदी और औजार जब्त।

  • 4 सितम्बर: जमशेदपुर में 7 अपराधी गिरफ्तार, देशी पिस्टल और ₹10.69 लाख नकद बरामद।

  • 22 अगस्त: रांची पुलिस ने ₹3.25 लाख के जाली नोटों के साथ दो अपराधी पकड़े।

  • 21 अगस्त: सिमडेगा में 322 किलोग्राम गांजा जब्त।

  • 22 अगस्त: सिमडेगा में ₹47 लाख का अवैध पान मसाला भी जब्त किया गया।