पलामू सेंट्रल जेल में सोमवार देर रात जिला प्रशासन की टीम ने अचानक छापेमारी की। उपायुक्त समीरा एस और पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। औचक निरीक्षण अभियान का नेतृत्व सदर अनुमंडल पदाधिकारी सुलोचना मीणा और एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद ने किया।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने जेल के सभी वार्डों की बारीकी से जांच की। हालांकि, किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। इसके बावजूद कुछ हाई-प्रोफाइल कैदियों के वार्ड में महंगे ड्राई फ्रूट्स पाए गए, जिनकी मात्रा भी काफी अधिक थी।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कैदियों की उपस्थिति पंजी, भोजन और पेयजल की गुणवत्ता, स्वास्थ्य सुविधाएं, दवाओं की उपलब्धता, सुरक्षा और स्वच्छता व्यवस्था, बैरकों की दशा, कपड़ा वितरण, मुलाकात पंजी, तथा अनुशासनात्मक प्रावधानों की समीक्षा की।
पलामू सेंट्रल जेल में फिलहाल कई कुख्यात और चर्चित कैदी बंद हैं, जिनमें पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, सुजीत सिन्हा, और डब्लू सिंह जैसे नाम शामिल हैं। नियमों के अनुसार जेल का हर महीने औचक निरीक्षण किया जाता है।
इस संबंध में पलामू सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने जानकारी साझा की। विभाग के माध्यम से उपायुक्त समीरा एस ने कहा कि केंद्रीय कारागार की व्यवस्था कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। पारदर्शिता, अनुशासन और सुशासन बनाए रखने के लिए ऐसे औचक निरीक्षण आगे भी नियमित रूप से जारी रहेंगे।