जमुई की चुनावी फिज़ा में शनिवार को तेजस्वी यादव का जलवा एक बार फिर दिखा। हेलिकॉप्टर से उतरते ही माहौल में नारे गूंज उठे— “बिहार का मुख्यमंत्री कौन? तेजस्वी यादव! तेजस्वी यादव!” और “बिहार मांगे परिवर्तन!”। भीड़ में जोश था, लोगों की निगाहें मंच की ओर टिकी थीं।
तेजस्वी ने मंच पर आते ही महागठबंधन के प्रत्याशी को माला पहनाई और माइक संभालते हुए सिर्फ तीन मिनट में अपना संदेश साफ़-साफ़ दे दिया। उन्होंने कहा— “सरकार बदलिए, हम नौकरी देने जा रहे हैं।” उन्होंने लालटेन छाप का नारा दोहराया और कहा— “अबकी बार सरकार बनाकर आपके बीच आऊंगा।”
उनके शब्दों में आत्मविश्वास और युवा जोश झलक रहा था। महज़ तीन मिनट के भाषण में उन्होंने बेरोज़गारी, भ्रष्टाचार और विकास के मुद्दे को छूते हुए जनता से अपील की कि बिहार में परिवर्तन का समय आ गया है।
तेजस्वी यादव की यह सभा भले ही छोटी रही, लेकिन प्रभाव गहरा छोड़ गई। शुक्रवार को उन्होंने 17 सभाएं की थीं और शनिवार को 20 सभाओं का कार्यक्रम है। हर जगह वही पैटर्न— हेलिकॉप्टर से पहुंचना, गाड़ी से मंच तक आना, प्रत्याशी को सम्मान देना और कुछ मिनटों में जनता से संवाद कर आगे बढ़ जाना।
उनका अभियान अब एक मिशन का रूप ले चुका है— “नौजवानों को नौकरी, बिहार को नई दिशा।” समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि तेजस्वी की यह रफ्तार और जोश बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा भर देंगे।
जमुई की इस तीन मिनट की सभा ने एक बार फिर ये संकेत दे दिया है कि चुनावी मैदान में तेजस्वी यादव पूरी तैयारी के साथ उतरे हैं, और जनता भी बदलाव की दस्तक सुनने को तैयार दिख रही है।