पटना में आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो चुका है। उन्होंने सबसे पहले महागठबंधन के सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और बिहार की जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि लोकतंत्र के इस महापर्व में जनता ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।
तेजस्वी यादव ने बताया कि मतदान खत्म होने के बाद उन्हें जो प्रतिक्रियाएँ और सूचनाएँ मिली हैं, वे बेहद सकारात्मक और उत्साहजनक हैं। उन्होंने कहा कि “1995 के बाद इतनी मजबूत प्रतिक्रिया हमने कभी नहीं देखी। इस बार जनता ने भारी मतदान कर वर्तमान सरकार के खिलाफ स्पष्ट जनादेश दिया है। अब बदलाव तय है और किसी भी तरह की गुंजाइश नहीं बची है।”
उन्होंने दावा किया कि 2020 के मुकाबले 72 लाख अधिक वोट इस बार परिवर्तन के पक्ष में पड़े हैं। तेजस्वी ने कहा कि “लोग अब पूरी तरह बदलाव चाहते हैं। इस बार बिहार में नई शुरुआत होने जा रही है।”
तेजस्वी ने आगे कहा कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि 14 तारीख को नतीजे आएंगे और 18 तारीख को नई सरकार का शपथ ग्रहण होगा। उन्होंने भाजपा और एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा कि “उनके पसीने छूट रहे हैं, वे बौखलाहट और बेचैनी में हैं।”
उन्होंने एग्जिट पोल्स को लेकर भी कड़ा रुख अपनाया। तेजस्वी ने कहा कि “कल जब मतदान जारी था, तभी एग्जिट पोल आने लगे। यह बेहद अनुचित और संदिग्ध है। हम न किसी खुशफहमी में हैं, न गलतफहमी में। ये सर्वे सिर्फ मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए जारी किए गए हैं, ताकि चुनाव में लगे अधिकारी प्रभावित हों।”
अंत में तेजस्वी यादव ने भरोसा जताया कि इस बार बिहार की जनता ने परिवर्तन का फैसला सुनाया है और आने वाला परिणाम इसका प्रमाण होगा।