वैशाली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार ने महिला रोजगार के लिए जो 10 हजार की राशि दी है उसे लौटाने का सवाल ही नहीं है। ये पैसे सरकार कभी वापस नहीं लेगी। कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं कि ये पैसे महिलाओं को लौटाने होंगे। हम लोग तो 2 लाख तक का लोन भी देंगे, लेकिन जो 10 हजार रुपए हैं वो किसी को लौटाने नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 29 अगस्त, 2025 से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत हुई।
इस योजना का उद्देश्य राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को अपनी पसंद का रोजगार शुरू करने हेतु वित्तीय सहायता देकर आत्मनिर्भर बनाना है और परिवार की आय में वृद्धि करना है।
पहले चरण में सभी पात्र महिलाओं को बैंक खाते में सीधे डीबीटी के माध्यम से 10,000 रुपए की राशि दी जा रही है। जिन महिलाओं के द्वारा अपने रोजगार की शुरुआत की जाएगी, उनके उद्यम को बढ़ाने के लिए आकलन कर 2 लाख रुपए तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'बिहार के विकास का काम हो रहा है, किसी भी प्रकार के डर या भय का वातावरण नहीं है। प्रेम और भाईचारे का माहौल है। पहले हिंदू-मुस्लिम का झगड़ा होता था, मंदिरों की घेराबंदी कर दी गई। पहले वाले सरकार ने कुछ नहीं किया।
हम लोगों ने रोजगार और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया, नौकरी दी और बहाली की, लड़के और लड़कियों के लिए साइकिल और पोशाक योजना चलाई, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया गया, पहले स्वास्थ्य सेवा बहुत खराब थी।'